प्रयागराज के पर्यटन स्थल
प्रयागराज के पर्यटन स्थल
प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, इतिहास, संस्कृति और आध्यात्मिकता से समृद्ध एक प्रमुख शहर है। यहां घूमने के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची दी गई है:
1. त्रिवेणी संगम
- गंगा, यमुना और कल्पित सरस्वती नदियों का संगम।
- हिंदू धर्म में पवित्र स्थल, खासकर कुंभ मेले के समय।
- यहां नाव की सवारी करके संगम का दृश्य देखा जा सकता है।
2. इलाहाबाद किला
- 1583 में मुगल सम्राट अकबर द्वारा बनवाया गया।
- मुख्य आकर्षण: अशोक स्तंभ, सरस्वती कूप, और पातालपुरी मंदिर।
- हालांकि किले का अधिकांश हिस्सा भारतीय सेना के अधीन है, कुछ हिस्से देखे जा सकते हैं।
3. आनंद भवन
- नेहरू परिवार का पैतृक घर, जो अब एक संग्रहालय है।
- इसमें ऐतिहासिक फोटोग्राफ, दस्तावेज़ और नेहरू परिवार की यादगार वस्तुएं हैं।
- पास ही स्थित स्वराज भवन, इंदिरा गांधी का जन्मस्थान है।
4. खुसरो बाग
- ऐतिहासिक बाग और मकबरे का समूह।
- जहांगीर के बेटे खुसरो और अन्य मुगल शासकों के मकबरे हैं।
- मुगल वास्तुकला और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध।
5. ऑल सेंट्स कैथेड्रल (पत्थर गिरजाघर)
- 19वीं शताब्दी में बना एक भव्य गोथिक शैली का चर्च।
- यह उत्तर भारत के सबसे सुंदर चर्चों में से एक है।
6. कंपनी बाग (चंद्रशेखर आज़ाद पार्क)
- स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आज़ाद के नाम पर बना पार्क।
- यहां आज़ाद ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान शहादत दी थी।
- सुबह की सैर और विश्राम के लिए आदर्श स्थान।
7. हनुमान मंदिर
- त्रिवेणी संगम के पास स्थित, इस मंदिर में लेटे हुए हनुमान जी की प्रतिमा है।
- माना जाता है कि बाढ़ के समय प्रतिमा पानी में डूब जाती है।
8. अल्फ्रेड पार्क (मिंटो पार्क)
- ऐतिहासिक स्थल जहां 1858 में ब्रिटिश राज की रानी विक्टोरिया की उद्घोषणा हुई थी।
- यह शांति और सुकून पाने के लिए एक सुंदर स्थान है।
9. प्रयागराज संग्रहालय
- शहर के इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है।
- इसमें प्राचीन मूर्तियां, पेंटिंग्स और ऐतिहासिक वस्त्र रखे गए हैं।
10. यमुना ब्रिज
- नया यमुना पुल आधुनिक स्थापत्य कला का उदाहरण है।
- यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य बेहद आकर्षक होता है।
11. मनकामेश्वर मंदिर
- यमुना नदी के किनारे स्थित भगवान शिव का प्राचीन मंदिर।
- महाशिवरात्रि के दौरान विशेष रूप से लोकप्रिय।
12. नाग वासुकी मंदिर
- गंगा किनारे स्थित यह मंदिर नागों के राजा वासुकी को समर्पित है।
- नाग पंचमी के समय यहां विशेष भीड़ होती है।
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