उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति पर पारंपरिक पकवान
उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति पर पारंपरिक पकवान
उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति के अवसर पर विशेष पकवानों और परंपराओं का पालन किया जाता है। इस क्षेत्र में तिल, गुड़, मूंगफली, चिउड़े, और चावल जैसे सामग्री से बने व्यंजन खासतौर पर बनाए जाते हैं। कुछ प्रमुख पारंपरिक पकवान जो पूर्वी उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति पर खाए जाते हैं, वे हैं:
तिल गुड़ के लड्डू:
- तिल और गुड़ के लड्डू मकर संक्रांति का प्रमुख पकवान है। तिल को गुड़ में मिलाकर लड्डू बनाए जाते हैं, जो स्वाद में मीठे और सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इसे खाने से सर्दी कम होती है और शरीर को गर्मी मिलती है।
खिचड़ी:
- खिचड़ी एक पारंपरिक भोजन है जो मकर संक्रांति के दिन खासतौर पर पकाया जाता है। इसे मूंग दाल, चावल, घी, हल्दी और मसालों के साथ तैयार किया जाता है। इसे तिल और गुड़ के साथ खाया जाता है, और इस दिन विशेष रूप से खिचड़ी खाने का महत्व होता है।
पिठा (तिल से बना):
- यह एक तरह की मिठाई है जो तिल और गुड़ से बनाई जाती है। इसे हाथ से लपेटकर आकार दिया जाता है और मकर संक्रांति के दिन खाया जाता है।
तिल की चूड़ी:
- तिल की चूड़ी (चिउड़े और तिल का मिश्रण) भी मकर संक्रांति पर बनाई जाती है। यह एक लोकप्रिय स्नैक है जिसे मिठा और कुरकुरा बनाने के लिए तिल और गुड़ को अच्छे से मिलाया जाता है।
गुड़ की चाय:
- गुड़ से बनी चाय या पेय मकर संक्रांति के दिन पी जाती है। इसे सर्दी में शरीर को गर्माहट देने के लिए तैयार किया जाता है।
मूंगफली और तिल:
- मूंगफली और तिल को साथ में खाने की परंपरा भी इस दिन विशेष रूप से होती है। इसे ताजे तिल और गुड़ के साथ खाया जाता है और यह स्वस्थ रहने के लिए फायदेमंद माना जाता है।
चना और तिल का हलवा:
- चने और तिल का हलवा भी एक पारंपरिक मिठाई है जो मकर संक्रांति के दिन बनती है। इसमें तिल, गुड़, घी, और चने का आटा मिलाकर हलवा बनाया जाता है।
चिउड़े और गुड़:
- चिउड़े (चिउड़े यानी ताजे चिउड़े या चिउड़े के लड्डू) और गुड़ की खीर भी मकर संक्रांति पर खाई जाती है। यह एक साधारण लेकिन स्वादिष्ट मिठाई है जो इस दिन की विशेषता मानी जाती है।
इन पकवानों के साथ, मकर संक्रांति के दिन लोग एक-दूसरे को तिल और गुड़ का तोहफा देते हैं और एक दूसरे से मिलकर त्योहार की खुशियाँ साझा करते हैं।
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